tag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post4520645464128466977..comments2023-05-27T03:37:55.707-07:00Comments on निठल्ले की डायरी: रामपुरा – क्या भूलूँ क्या याद करूँ- 1iqbal abhimanyuhttp://www.blogger.com/profile/15082145353058329783noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-30723483599280641282022-01-16T05:51:13.201-08:002022-01-16T05:51:13.201-08:00बहुत अच्छा लिखा है.एक बार हम भी गए है रामपुरा, हमे...बहुत अच्छा लिखा है.एक बार हम भी गए है रामपुरा, हमें बहुत अच्छा लगा.Vineeta Somnihttps://www.blogger.com/profile/11256450924908331416noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-31637670281211281852022-01-14T09:01:09.081-08:002022-01-14T09:01:09.081-08:00मैं मूल रूप से खरगोन जिले का निवासी हूं किंतु रामप...मैं मूल रूप से खरगोन जिले का निवासी हूं किंतु रामपुरा मेरी कर्मभूमि रही है मैंने रामपुरा में 33 वर्ष गुजारे रामपुरा एक ऐसा स्थान है जो शायद हिंदुस्तान में कहीं नहीं मिलेगा यहां हर चीज अपने आप में खास है रामपुरा का पहाड़ रिंगवाल दादाबाड़ी पंच देवरिया,यहां की किसी भी वस्तु को नजर अंदाज नही किया जा सकता है, मेरी पहचान आदरणीय श्री लक्कड़ सा के सानिध्य से ....<br />रामपुरा की यादों को शब्दों में पिरोना बड़ा मुश्किल है।<br />गोपाल रोकड़ेAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/10799849852447855956noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-66185620557993235132019-02-12T12:06:12.674-08:002019-02-12T12:06:12.674-08:00निःशब्द,,,,।।
कुछ भी बयां नही हो रहा।।चित्रण में ख...निःशब्द,,,,।।<br />कुछ भी बयां नही हो रहा।।चित्रण में खोया हुआ हुँ।।धन्यवाद शैलेन्द्र जोशीhttps://www.blogger.com/profile/13841255145849757255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-35682837074448423612017-04-15T08:02:48.326-07:002017-04-15T08:02:48.326-07:00सुधार देता हूँ. धन्यवाद.सुधार देता हूँ. धन्यवाद.iqbal abhimanyuhttps://www.blogger.com/profile/15082145353058329783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-34252867202482997462017-04-15T08:02:21.132-07:002017-04-15T08:02:21.132-07:00तकनीकी रूप से कमजोर हूँ, लेकिन कोशिश करता हूँ. उत्...तकनीकी रूप से कमजोर हूँ, लेकिन कोशिश करता हूँ. उत्साहवर्धन के लिए आपका शुक्रिया.iqbal abhimanyuhttps://www.blogger.com/profile/15082145353058329783noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-2202966596934471592017-04-13T03:11:56.995-07:002017-04-13T03:11:56.995-07:00शब्दों का क्रांतिकारी चयन, जीवंत विवरण। शब्दों का क्रांतिकारी चयन, जीवंत विवरण। keshav singhttps://www.blogger.com/profile/10416663145335218219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-81842139598161718892017-04-05T07:43:40.038-07:002017-04-05T07:43:40.038-07:00मेरा भी जन्म रामपूरा में हुवा बचपन भी बिता ,आज भी ...मेरा भी जन्म रामपूरा में हुवा बचपन भी बिता ,आज भी नाना का मकान और अपना जन्मस्थल जो चामुंडा माता मन्दिर कि दीवार से लगा हुवा है रामपुर का नाम लेते ही आँखों के सामने घूम जाता है ,बचपन में बोहरा मस्जिद की सडक पर अकेले जाने से डरते थे की कोई पकडकर अंदर बंद कर देगा या हो सकता है बड़े लोग घर से इधर उधर न निकल जाये इसलिए डराने के लिए ऐसा कहते होगे याद नही , पहली नोकरी भी वही लगी तब आँखों के सामने बड़ा तालाब ,छोटा तालाब घूम गया ,दोबारा 1997 में वापस मोका मिला 2006 तक रहा हमेशा अपने नाना के घर के सामने से निकलता तो बचपन याद आता ,ऐसा है हमारा रामपुर Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/01306491043510128188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-48418225115712058322017-04-03T10:18:18.017-07:002017-04-03T10:18:18.017-07:00इकबाल जी,
आपकी इन चन्द लकीरों ने मेरे मन छुपी...इकबाल जी, <br /> आपकी इन चन्द लकीरों ने मेरे मन छुपी हुई रामपुरा की यादों को जीवन्त कर दिया ।16 फरक्या गली का अपने दादाजी श्री केशरीलाल जी फरक्या का निवास, मढ़िया सेठ की दुकान, पल्लिया सेठ की पपड़ी, पोरवाल नोहरे की कुक,नानी चोटी, कमला नेहरू बाल मन्दिर सब कुछ चल चित्र की भांति आँखों के सामने आता जा रहा है । आपके द्वारा अपने ब्लाग पर इन यादों को ताजा कराने के लिए शुक्रिया।<br />डा ललित फरक्या <br />राष्ट्रीय साहित्यकार <br />9406657522Dr.Lalit Pharkyahttps://www.blogger.com/profile/03471868554199401878noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-91496585640296216422017-04-02T01:35:33.472-07:002017-04-02T01:35:33.472-07:00अभी एक शब्द भी नहीं पढ़ा। कुछ मेहमानों में व्यस्त ह...अभी एक शब्द भी नहीं पढ़ा। कुछ मेहमानों में व्यस्त हूँ। तत्काल न पढ़ पाने से बेचैनी हो रही है। ब्लाग मुझे सीधा ई-मेल से मिलता रहे, ऐसी व्यवस्था नहीं हो सकती?विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-26329659485416133852017-04-01T22:31:05.839-07:002017-04-01T22:31:05.839-07:00Very nice description of Rampura, reminded all my ...Very nice description of Rampura, reminded all my old memories. For me Lakkad Saheb and Dr. RP Gupta ji were the main attractions for visiting Rampura. They really mean a lot for Rampura, have done many good things for Rampura.NK Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/15078189499150579200noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-49381054507366349142017-04-01T20:16:11.295-07:002017-04-01T20:16:11.295-07:00एक गलती सुधार दूँ क्या ? भोपाल से चलने पर पहले नरस...एक गलती सुधार दूँ क्या ? भोपाल से चलने पर पहले नरसिंहगढ़ आएगा फिर ब्यावरा। <br />शोभाhttps://www.blogger.com/profile/12010109097536990453noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-40334810052518866562017-04-01T10:15:21.766-07:002017-04-01T10:15:21.766-07:00पूरा बचपन याद दिला दिया...पूरा बचपन याद दिला दिया...P Bhanahttps://www.blogger.com/profile/03329972396884271403noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-73625771228914864152017-04-01T09:30:23.154-07:002017-04-01T09:30:23.154-07:00बहुत सुन्दर लिखा हे इक़बाल 👌
बहुत सुन्दर लिखा हे इक़बाल 👌<br />Gaurav Kadawat rampurahttps://www.blogger.com/profile/17558080370306757436noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5546299749751746757.post-57438242199862036502017-03-31T21:03:38.508-07:002017-03-31T21:03:38.508-07:00बावड़ियां एवं कुएँ भी बहुत हैं रामपुरा मै।
बावड़ियां एवं कुएँ भी बहुत हैं रामपुरा मै।<br />dhruvhttps://www.blogger.com/profile/07688297143250700118noreply@blogger.com